भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार में एक मंत्री हैं, बात देशभक्ति की करते हैं और जुबान ऐसी चला देते हैं कि शरम भी शर्मा जाए। मध्य प्रदेश के मंत्री कुंवर विजय शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो देश की महिला कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम लिए बिना, ऐसा बयान दे देते हैं जिसे सुनकर सिर भी शर्म से झुक जाए और गुस्सा भी फूट पड़े।
‘जिन्होंने हमारी बहनों के सिंदूर उजाड़े, उनकी बहन को भेजा’
विजय शाह अपने भाषण में पाकिस्तान पर बरसते हैं, जो चलन में है। लेकिन फिर वो लाइन क्रॉस कर जाते हैं। कहते हैं – “पाकिस्तानियों ने हमारे कपड़े उतारे, तो हमने उनकी बहन को जहाज में भेजा और उनकी ऐसी-तैसी करवा दी।” बात यहीं नहीं रुकी, मंत्री साहब ने एक बार नहीं, तीन-तीन बार ये कहा कि हमने उनकी बहन को भेजा और कपड़े उतारने वाले लोगों से बदला लिया।
सेना की बहादुरी पर बेहूदी बयानबाजी
अब सोचिए, क्या सेना की महिला अधिकारी को इस तरह ‘बदले की बहन’ बताना जायज है? क्या देश की बेटियों को इस तरह प्रतीक बनाना सही है? सोफिया कुरैशी ने सेना में दम पर नाम कमाया है, न कि किसी समाज की ‘बहन’ बनकर।
‘मोदी कपड़े नहीं उतार सकते थे, इसलिए बहन को भेजा’
ये लाइन मंत्री विजय शाह के बयान की हद पार कर देती है – “पीएम मोदी कपड़े तो उतार नहीं सकते थे, इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा।” अब भला, ये कौन-सी देशभक्ति है जहां लड़ाई में हथियार नहीं, बहनें भेजी जाती हैं? और उन्हें भी इस अंदाज में पेश किया जाता है जैसे वो कोई युद्ध का हथियार हों?
क्या 56 इंच का सीना इतनी छोटी सोच से चलता है?
मंत्री बोले- “ये सिर्फ 56 इंच के सीने वाला ही कर सकता है।” लेकिन सवाल ये है कि क्या इतना बड़ा सीना इतनी घटिया सोच को ढो सकता है? देशभक्ति के नाम पर अगर बहनों को ऐसे मंचों पर घसीटा जाएगा तो फिर हर बहादुर महिला अफसर को पहले अपना सम्मान बचाना पड़ेगा, फिर देश का।