- रजत पाटीदार ने RCB को बनाया IPL चैंपियन!
- विराट कोहली का 18 साल का सूखा खत्म!
- मध्य प्रदेश का लाडला बना क्रिकेट का नया सितारा!
भोपाल: आईपीएल 2025 का बिगुल बजा, और शहडोल से हमारे पत्रकार अखिलेश शुक्ला की धांसू रिपोर्ट सीधे मैदान से आई है. इस बार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने जो कमाल कर दिखाया है, वो सीधे इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है. 17 साल का सूखा खत्म हुआ, और RCB ने आईपीएल का खिताब अपने नाम कर लिया है. कहते हैं ना, वक्त आने में समय लगता है, लेकिन वक्त आता जरूर है, और ये बात इस बार RCB और उनके धुरंधर विराट कोहली पर एकदम फिट बैठती है.
18वें सीजन में RCB बना चैंपियन: जीत का सफर!
पहले 18 साल तक विराट कोहली ने आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीती थी, लेकिन इस बार उनका ये सपना सच हुआ, और इसे सच करने वाले हैं मध्य प्रदेश के अपने रजत पाटीदार! उन्होंने अपनी पहली कप्तानी में ही ऐसा इतिहास रचा है, जो क्रिकेट के इतिहास में सदियों तक याद रखा जाएगा.
विराट कोहली, ये नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं. क्रिकेट की दुनिया के कितने बड़े खिलाड़ी हैं, ये सब जानते हैं. आईपीएल में कई बार उनकी टीम फाइनल तक पहुंची, लेकिन जीत उनसे रूठ जाती थी. उनका ये लंबा इंतजार 18वें साल में जाकर पूरा हुआ. साल 2025 के आईपीएल फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने किंग्स इलेवन पंजाब को महज 6 रन से एक बेहद रोमांचक मुकाबले में चित कर दिया. और इस जीत के असली शिल्पकार रहे मध्य प्रदेश के लाडले रजत पाटीदार की कप्तानी! फाइनल मुकाबले में RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट खोकर 190 रन का स्कोर खड़ा किया. जवाब में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 184 रन ही बना सकी. इस फाइनल मुकाबले में क्रुणाल पांड्या ने शानदार खेल दिखाया और उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया. लेकिन पूरे टूर्नामेंट में रजत पाटीदार की कप्तानी ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.
मध्य प्रदेश के रजत ने दिलाया ‘स्वर्ण’: जब दिग्गज भी झूमे!
जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आईपीएल का खिताब जीता, तो वो नजारा देखने लायक था. क्रिस गेल, एबी डी विलियर्स जैसे बड़े-बड़े दिग्गज भी विराट कोहली के साथ खुशी से झूम रहे थे. उनकी आंखों में वो सुकून साफ झलक रहा था. इसकी सबसे बड़ी वजह ये थी कि आईपीएल इतिहास में RCB को चैंपियन बनाने के लिए इन खिलाड़ियों ने भी सालों तक पसीना बहाया, लेकिन टीम चैंपियन नहीं बन पा रही थी. इस बार आईपीएल 2025 के लिए रजत पाटीदार को अचानक RCB का कप्तान बना दिया गया. रजत पाटीदार RCB के आठवें कप्तान बने. उनसे पहले राहुल द्रविड़, केविन पीटरसन, अनिल कुंबले, डेनियल विटोरी, विराट कोहली, शेन वॉटसन और फाफ डुप्लेसिस जैसे दिग्गजों ने इस टीम की कमान संभाली थी. लेकिन जो रजत ने कर दिखाया, वो किसी ने नहीं किया.
पहले 3 बार फाइनल में पहुंच चुकी है RCB: चौथी बार में चमकी किस्मत!
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम हमेशा से दुनिया के धाकड़ बल्लेबाजों और खिलाड़ियों से भरी रही है. इससे पहले भी RCB तीन बार फाइनल में पहुंच चुकी थी. साल 2025 में ये टीम अपना चौथा फाइनल खेल रही थी, और इस बार किस्मत ने उनका साथ दिया, और वो जीतने में कामयाब रहे. इससे पहले इस टीम ने 2009 में अनिल कुंबले जैसे महान खिलाड़ी की कप्तानी में फाइनल खेला था, लेकिन डेक्कन चार्जर्स से हार गए. फिर 2011 में न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी की कप्तानी में दूसरा फाइनल खेला, और चेन्नई सुपर किंग्स से हार का सामना करना पड़ा. इन दोनों फाइनल में कोहली टीम का हिस्सा थे. कोहली अपनी कप्तानी में 2016 में भी टीम को फाइनल में ले गए, लेकिन यहां सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें मात दे दी थी. लेकिन इस बार रजत पाटीदार की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम फाइनल में पहुंची और इतिहास रच दिया.
मध्य प्रदेश के हैं रजत: शांत स्वभाव, बड़े फैसले!
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में भले ही बड़े-बड़े दिग्गजों के सामने रजत पाटीदार की उतनी चर्चा न हुई हो, लेकिन उनकी कप्तानी की तारीफ अब हर कोई कर रहा है. पूरे टूर्नामेंट में विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों के टीम में रहते हुए टीम को एकजुट रखना, दिग्गज खिलाड़ियों की कप्तानी करना, मैदान में शांत रहकर अहम फैसले लेना और टीम को जीत दिलाना, ये सब उन्होंने एक कप्तान के तौर पर बखूबी साबित किया है. 32 साल के रजत पाटीदार मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले हैं और मध्य प्रदेश की टीम से ही खेलते हैं, और कई इतिहास भी बना चुके हैं.
रजत की आईपीएल में एंट्री: सब्स्टीट्यूट से चैंपियन कप्तान तक!
रजत पाटीदार घरेलू क्रिकेट के तो शानदार खिलाड़ी रहे ही हैं, लेकिन आईपीएल में उनकी एंट्री भी बेहद यादगार रही. साल 2021 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से उन्होंने आईपीएल में डेब्यू किया. उस सीजन में वो चार मैच ही खेल सके, और उन्हें महज 20 लाख रुपए में खरीदा गया था. दिग्गजों से भरी टीम में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, और उन्हें टीम से रिलीज भी कर दिया गया. 2022 के आईपीएल ऑक्शन में तो वो अनसोल्ड रहे, लेकिन किस्मत कब पलटे कोई नहीं जानता. 2022 के टूर्नामेंट के दौरान जब RCB के विकेटकीपर लवनीत सिसोदिया चोटिल हो गए, तो उन्हें सीजन के बीच में सब्सीट्यूट के रूप में मौका मिला. पाटीदार ने इस मौके को ऐसे भुनाया कि उन्होंने इतिहास रचकर ही दम लिया.
उस सीजन में RCB की ओर से खेलते हुए रजत पाटीदार तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने. इसी टूर्नामेंट में एलिमिनेटर मुकाबले में उन्होंने 54 गेंद पर नाबाद 112 रन की पारी खेलकर अपना दम दिखाया था. हालांकि 2023 का आईपीएल चोटिल होने की वजह से वो नहीं खेल पाए, और आईपीएल के 2024 सीजन में उन्होंने 15 मैच में 395 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 177.53 का था. मतलब वो लगातार बेहतर होते जा रहे थे और आईपीएल में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित भी कर रहे थे.
ऐसे मिली कप्तानी: किस्मत का चमचमाता ‘रिटेन’!
मध्य प्रदेश के रजत पाटीदार को आईपीएल की कप्तानी भी बड़े दिलचस्प अंदाज में मिली. साल 2024 तक उन्होंने अपने खेल से खुद को साबित कर लिया था, और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु इस बार ऑक्शन में एक अलग ही मूड में नजर आ रही थी. हमेशा स्टार खिलाड़ियों से सजी RCB की टीम ने इस बार कई अलग-अलग तरह के फैसले लिए. सबसे बड़ा फैसला यही था कि मध्य प्रदेश के रजत पाटीदार को सबसे पहले 11 करोड़ रुपए में नीलामी से पहले ही रिटेन किया गया. ये उनकी मेहनत और टैलेंट का ही नतीजा था.
रजत की सफलता, एमपी क्रिकेट को होगा फायदा: प्रेरणा की नई उड़ान!
पूर्व रणजी क्रिकेटर जितेंद्र वेगड़, रजत पाटीदार की तारीफ करते हुए कहते हैं, “रजत पाटीदार ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मध्य प्रदेश की टीम की कप्तानी की थी और सबसे दिलचस्प बात, उस टीम को फाइनल तक पहुंचाया था. फाइनल मुकाबले में श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली टीम से ही मुकाबला था, जहां रजत पाटीदार ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन कप्तानी की थी. जब उन्हें आईपीएल की कप्तानी मिली तो उन्होंने अच्छी कैप्टेंसी की, जहां पर परफॉर्मेंस की जरूरत थी, उन्होंने परफॉर्मेंस दिया. आप पूरे टूर्नामेंट में उनका स्ट्राइक रेट देखें तो 150-200 के ऊपर ही रहता था. इसके बाद सबसे बड़ी बात उनकी यह थी कि पूरे मैच के दौरान शांत रहते थे.”
वेगड़ आगे बताते हैं, “एक ओर जहां उनकी टीम में महान खिलाड़ी विराट कोहली फुल जोश में रहते थे, दूसरी ओर रजत पाटीदार कूल और काम रहकर मैदान में फैसले कर रहे थे. उनके सभी फैसले सही भी हो रहे थे. रजत पाटीदार ने टीम में गजब का कॉम्बिनेशन बनाया. एक T20 का कप्तान जिस तरह का होना चाहिए, उस तरह का सब कुछ उनमें देखने को मिला, और आखिर में उन्होंने फाइनल भी जिता दिया. आईपीएल में आप देखेंगे कि ओवरसीज प्लेयर बहुत ज्यादा होते हैं, पहले तो उनके साथ सामंजस्य बिठाना पड़ता है. विराट कोहली जैसा लीजेंड क्रिकेटर आपकी टीम में है, उसके साथ भी मैनेज करना है, कॉम्बिनेशन में खेलना है और इस तरह की टीम को एकजुट करके एक नए खिलाड़ी के लिए, यंग प्लेयर के लिए आगे लेकर टीम को जाना वाकई काबिले तारीफ है.”