- छत्तीसगढ़ में फिर से स्कूलों में रौनक, सीएम साय ने दिया बच्चों को खास संदेश!
- युक्तियुक्तकरण के बाद शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव, अब कोई स्कूल शिक्षक विहीन नहीं!
- सीएम साय ने कहा, ‘खूब पढ़ो, आगे बढ़ो और छत्तीसगढ़ के गौरव बनो!’
आज, यानी 16 जून 2025 से, छत्तीसगढ़ के स्कूलों में फिर से चहल-पहल लौट आई है! छुट्टी के बाद बच्चों के चेहरों पर नई किताबों की खुशबू और नई कक्षा का उत्साह साफ दिख रहा है. पूरे प्रदेश में ‘शाला प्रवेश उत्सव’ बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है, जो बताता है कि सरकार और जनता, दोनों ही शिक्षा को लेकर कितनी गंभीर हैं. इस बार का माहौल थोड़ा अलग है, क्योंकि सरकार ने ‘युक्तियुक्तकरण’ (rationalization) के बाद स्कूलों को खोला है, जिससे शिक्षा के प्रति एक नया और सकारात्मक माहौल बना है.
‘आप सिर्फ पढ़िए, बाकी की चिंता मुझ पर छोड़िए’ – सीएमसाय का बच्चों को दिलासा 🤝
हमारे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्यारे बच्चों को दिल छू लेने वाला संदेश दिया है. उन्होंने रविवार को ही कह दिया था कि युक्तियुक्तकरण के बाद बच्चों और अभिभावकों में खुशी की लहर है और अब शिक्षा को लेकर प्रदेश में एक अच्छा वातावरण बना है. आज स्कूल खुलने पर सीएम साय ने बच्चों से कहा, “प्यारे बच्चों, आज से स्कूल की घंटी फिर से गूंजने लगी है. नई किताबों की खुशबू, नई कक्षा का उत्साह और नए सपनों के साथ फिर से एक नई शुरुआत हो रही है. आज का यह दिन हम सबके लिए विशेष है, मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि खूब मन लगाकर पढ़िये, जिज्ञासा के साथ प्रश्न पूछिए, उत्तर खोजिए और आगे बढ़िए.” उनका यह बयान सीधे तौर पर बच्चों को यह भरोसा दिलाता है कि उनकी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आएगी और सरकार उनके भविष्य के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
शिक्षा का ‘नया अध्याय’, अब कोई स्कूल ‘टीचर-विहीन’ नहीं! 🚀
यह बात सचमुच में गजब है कि सरकार ने इस बार यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी विद्यालय शिक्षक विहीन न रहे! यह अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि अक्सर दूरदराज के इलाकों में शिक्षकों की कमी एक बड़ी चुनौती रही है. सीएम साय ने खुद कहा है, “आपकी शिक्षा, आपका उज्ज्वल भविष्य हमारी प्राथमिकता है. हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि अब कोई भी विद्यालय शिक्षक विहीन न रहे. हम हर वह प्रयास कर रहे हैं, जिससे शिक्षा का बेहतर वातावरण बने.” सरकार का यह कदम साफ दिखाता है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘नई शिक्षा नीति’ के संकल्पों को जमीन पर उतारने का बीड़ा उठाया है. इससे प्रदेश के भविष्य को संवारने का एक ठोस प्रयास किया गया है, जिसका सीधा फायदा हमारे नन्हे-मुन्नों को मिलेगा.
इस मौके पर सीएम साय ने सभी बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को नए शैक्षणिक सत्र के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने बच्चों से एक ही अपील की है: “आप केवल मन लगाकर पढ़िये, बाकी की चिंता मुझ पर छोड़ दीजिये. खूब पढ़ो, आगे बढ़ो और छत्तीसगढ़ के गौरव बनो.” यह संदेश केवल पढ़ाई का नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का भी है. यह एक ऐसा वादा है जो बच्चों को निडर होकर अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करेगा. सरकार का यह कदम निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लेकर आएगा, जहां हर बच्चा बिना किसी चिंता के ज्ञान की रोशनी से जगमगाएगा.