- ‘टाइगर अभी जिंदा है’ कहने वाले कवि सुरेंद्र दुबे नहीं रहे
- पत्नी ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया
- कुमार विश्वास और कई दिग्गजों ने जताया शोक
रायपुर: “टेंशन में मत रहना बाबू… टाइगर अभी जिंदा है” — ये लाइन जिसने भी कभी किसी मंच पर सुनी होगी, उसके चेहरे पर मुस्कान आई होगी। मगर अब वो टाइगर चला गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर और पद्मश्री से सम्मानित हास्य कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे का गुरुवार को निधन हो गया। उन्हें हार्ट अटैक की आशंका बताई जा रही है।
अस्पताल में चल रहा था इलाज, अब नहीं रहे
सुरेंद्र दुबे रायपुर के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में भर्ती थे। इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी पत्नी ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है, जिससे सवाल उठने लगे हैं।
कविता से मुस्कान, मंच से तालियां और अब सन्नाटा
छत्तीसगढ़ की माटी से निकलकर सुरेंद्र दुबे ने पूरे देश-विदेश में अपनी अलग पहचान बनाई। उनकी कविताएं समाज की विडंबनाओं पर हंसी के तीर चलाती थीं, और हर श्रोता को सोचने पर मजबूर कर देती थीं।
पूरा देश स्तब्ध, दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
उनके निधन पर कवि कुमार विश्वास ने गहरा शोक जताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “छत्तीसगढ़ी भाषा, संस्कृति के वैश्विक राजदूत… रायपुर का एक हिस्सा आपकी अनुपस्थिति को हमेशा महसूस करेगा।”
गृहमंत्री विजय शर्मा ने लिखा, “सुरेंद्र जी जीवन भर मुस्कान बांटते रहे, आज आंखें नम कर गए।”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री केदार कश्यप और मीर अली मीर सहित कई हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
2018 में उड़ी थी झूठी मौत की अफवाह, तब लिखी थी जबरदस्त कविता
2018 में एक कवि सुरेंद्र दुबे (राजस्थान) की मौत की खबर वायरल हो गई थी। इंटरनेट पर अफवाह फैल गई कि छत्तीसगढ़ वाले सुरेंद्र दुबे चल बसे। उस समय खुद सुरेंद्र दुबे ने इस अफवाह पर शानदार व्यंग्य कविता लिखी थी और मंचों पर पढ़ी थी।
परिवार ने सोशल मीडिया पर दी पुष्टि
भाजपा नेता उज्ज्वल दीपक, जो उनके परिवार के करीबी हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके निधन की जानकारी दी। इसी के बाद यह खबर सार्वजनिक हुई और पूरे देश में फैली।
अब सिर्फ यादें बाकी हैं
जो सुरेंद्र दुबे कभी मंचों पर कहकहे बिखेरते थे, आज वही मंच उनकी याद में खामोश हो गए हैं। वो चले गए, मगर उनकी कविताएं, उनका अंदाज और उनके शब्द लोगों के दिल में हमेशा जिंदा रहेंगे।