- विमान में फंसे पूर्व CM भूपेश बघेल
- रायपुर एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट में गड़बड़ी
- आधे घंटे बाद खुला गेट, यात्रियों ने ली राहत की सांस
अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद से हवाई सफर से जुड़ी खबरें लगातार सुर्खियां बटोर रही हैं और इसी कड़ी में एक और ‘नया मामला’ सामने आया है. उत्तराखंड में हवाई जहाज का क्रैश होना हो, या फिर एयर इंडिया की कई फ्लाइट्स का रद्द होना, माहौल पहले से ही थोड़ा ‘गरमाया’ हुआ है. अब रिपोर्ट्स के अनुसार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से एक ऐसी खबर आई है, जिसने यात्रियों को आधे घंटे तक संशय में डाल दिया. मंगलवार को यहां इंडिगो की एक फ्लाइट के लैंड होने के बाद भी उसका दरवाजा नहीं खुला, और इस ‘टेक्निकल फॉल्ट’ की वजह से छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता भूपेश बघेल भी विमान के अंदर करीब 30 मिनट तक फंसे रहे.
दिल्ली से रायपुर: ‘सफर सुहाना’ पर ‘लैंडिंग हुई परेशानी वाली’!
दिल्ली से रायपुर आ रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 6312 ने दोपहर 2:25 बजे रायपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की थी. सब कुछ ठीक लग रहा था, लेकिन असली ‘पंगा’ तो तब शुरू हुआ, जब विमान का दरवाजा खुलने में दिक्कत आई. जी हां, लैंडिंग के बाद आधे घंटे तक गेट खुलने का नाम ही नहीं ले रहा था. उड़ान में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के अलावा विधायक चतुरी नंद और रायपुर की मेयर मीनल चौबे भी सवार थीं. सोचिए, जब इतने बड़े लोग फंसे हों, तो आम यात्रियों का क्या हाल रहा होगा!
जब ‘तकनीकी खराबी’ ने रोके विमान के ‘द्वार’!
दरअसल, ये पूरा ‘लोचा’ विमान के मेन गेट में आई एक तकनीकी खराबी की वजह से हुआ. चालक दल ने जब यात्रियों को उतारने के लिए दरवाजा खोलने की कोशिश की, तो मेन गेट नहीं खुला. पता चला कि विमान के केबिन की स्क्रीन, जो सीधे दरवाजे के सिस्टम से जुड़ी होती है, उसमें कोई ‘सिग्नल’ ही नहीं आ रहा था. इसका मतलब ये हुआ कि गेट को तुरंत खोलना नामुमकिन हो गया था.
एयरपोर्ट पर ‘अफरा-तफरी’ और फिर ‘राहत की सांस’!
इस अनपेक्षित ‘गड़बड़ी’ से विमान के अंदर यात्रियों में स्वाभाविक रूप से भ्रम और अफरा-तफरी का माहौल बन गया. एयरपोर्ट पर भी कुछ देर के लिए ‘इमरजेंसी मोड’ एक्टिव हो गया. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बाद में खुद इस घटना की पुष्टि की और बताया कि गेट में तकनीकी समस्या थी. उन्होंने कहा, “आधे घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार दरवाजा खोला गया और सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से उतार लिया गया.”
राहत की बात ये रही कि किसी भी यात्री को चोट नहीं आई और सभी सुरक्षित बाहर आ गए. लेकिन इस घटना ने एक बार फिर हवाई यात्रा में सुरक्षा और तकनीकी रखरखाव की अहमियत को रेखांकित कर दिया है. उम्मीद है कि इंडिगो और एयरपोर्ट अथॉरिटी इस मामले की जांच कर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाएंगे, ताकि यात्रियों का सफर ‘सुहाना’ ही रहे, ‘परेशानी वाला’ नहीं.