रायपुर: सावन के पावन महीने में राजधानी रायपुर पूरी तरह से भक्तिमय हो गई है। रविवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गुढ़ियारी में आयोजित एक विशाल कांवड़ यात्रा में शामिल हुए। इस यात्रा में हजारों की संख्या में शिवभक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सीएम साय ने हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर में विधि-विधान से भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया और पूरे प्रदेश के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
हटकेश्वरनाथ मंदिर से निकली भव्य कांवड़ यात्रा
यह भव्य आयोजन रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत के नेतृत्व में हुआ। मुख्यमंत्री ने गुढ़ियारी के मारुति मंगलम भवन से शुरू हुई पदयात्रा में हिस्सा लिया, जो हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक गई। इस दौरान सीएम ने कहा कि सावन का महीना भक्ति, आस्था और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने इस पदयात्रा को छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति को सहेजने वाला और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला एक मजबूत माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन लोगों को एकता और प्रेम की भावना से जोड़ते हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक
सीएम साय ने हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर को रायपुर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि यहां शिव भक्तों की इतनी बड़ी भीड़ हमारी परंपराओं की मजबूती दिखाती है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की धरती को भक्ति और संस्कृति का अनूठा संगम बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन लोगों के अटूट विश्वास को उजागर करते हैं।
इस दौरान मंदिर से एक भव्य कांवड़ यात्रा भी निकाली गई। शिव भक्त पूरे जोश के साथ ‘हर हर महादेव’ का जयकारा लगाते हुए कांवड़ लेकर निकले। भक्तों के लिए रास्ते में जलपान और विश्राम की भी बढ़िया व्यवस्था की गई थी।
कार्यक्रम में दिग्गजों का जमावड़ा
इस आयोजन में कई बड़े और नामी-गिरामी नेता मौजूद थे, जिनमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और रायपुर की महापौर मीनल चौबे जैसे दिग्गज शामिल थे। सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवकों और आम नागरिकों ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में भरपूर सहयोग दिया।इस भव्य आयोजन ने यह साबित कर दिया कि छत्तीसगढ़ में भक्ति सिर्फ एक भावना नहीं, बल्कि एक जीवंत परंपरा है, जो लोगों को धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक एकता के सूत्र में बांधती है।