होली का त्योहार आया, गुलाल उड़ा, रंगों की बरसात हुई और आप सोच रहे हैं कि होली खत्म हो गई? जनाब, अगर आप इंदौर में हैं तो होली के असली मजे तो रंग पंचमी पर मिलते हैं। इंदौर में रंग पंचमी का नजारा ऐसा होता है कि जिसने एक बार देख लिया, वो हर साल इसका दीवाना बन जाता है।
क्या है रंग पंचमी का असली माजरा?
रंग पंचमी कोई आम दिन नहीं है, ये पर्व है रंगों के उस जश्न का जो तामसिक और राजसिक गुणों पर सत्वगुण की जीत का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन देवी-देवता धरती पर आकर भक्तों के बीच होली खेलते हैं। कहा जाता है कि ये देवता वायु रूप में धरती पर आते हैं और गुलाल के सूक्ष्म कण उन्हें इस उत्सव में शामिल होने का निमंत्रण देते हैं।
मतलब ये कि इंदौर में रंग पंचमी केवल मस्ती का मौका नहीं, बल्कि आध्यात्मिक आस्था का भी बड़ा पर्व है। यही वजह है कि यहां रंग पंचमी का क्रेज दीवानगी की हद तक जाता है।
रंग पंचमी 2025 में कब है?
इस बार रंग पंचमी 19 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। इसकी पंचमी तिथि 18 मार्च 2025 की रात 10:09 बजे शुरू होगी और 19 मार्च 2025 को दोपहर 12:36 बजे तक रहेगी। यानी 19 मार्च को पूरा इंदौर रंगों में सराबोर होने वाला है।
इंदौर की रंग पंचमी: जब पूरा शहर बन जाता है इंद्रधनुष
अब अगर आप सोच रहे हैं कि इंदौर की रंग पंचमी बस ऐसे ही खास हो गई तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। यहां रंग पंचमी पर निकलने वाली ‘गेर’ का नजारा देखिए, फिर समझ आएगा कि रंगों की असली बरसात क्या होती है।
इंदौर की गेर में हर गली-चौराहे पर ऐसा नज़ारा होता है मानो आसमान से इंद्रधनुष धरती पर उतर आया हो। राजवाड़ा के इलाके में सड़कों पर गुलाल की परतें इतनी मोटी जम जाती हैं कि ऐसा लगता है मानो धरती ने रंगीन चादर ओढ़ ली हो। ऊंचाई पर खड़े लोग गुलाल के गोले दागते हैं और नीचे खड़ा हुजूम उसे खुशी-खुशी सहता है। डीजे, ढोल-नगाड़े और मस्ती में झूमता जनसैलाब… ये सब देखकर लगता है कि रंगों का समंदर पूरे शहर को अपनी लहरों में समेट चुका है।
क्यों होती है इंदौर की रंग पंचमी इतनी खास?
इसका जवाब है इंदौर वालों का जुनून! यहां की रंग पंचमी में सिर्फ इंदौरवाले ही नहीं, बल्कि आसपास के शहरों से भी हजारों लोग पहुंचते हैं। विदेशी सैलानी भी इस नज़ारे को देखने के लिए इंदौर की गलियों में घूमते नजर आते हैं।
इस दिन हर गली में मस्ती का ऐसा माहौल होता है कि बच्चे, बूढ़े, जवान—हर कोई रंगों में भीगा नजर आता है। इंदौर की इस रंग पंचमी का क्रेज इतना जबरदस्त है कि लोग इसे देखने के लिए घरों की छतें बुक करवाते हैं।
आध्यात्मिक महत्व भी कम नहीं
रंग पंचमी के पीछे एक गहरी मान्यता ये भी है कि ये पर्व पांच तत्वों—हवा, आकाश, जल, पृथ्वी और अग्नि—को संतुलित करने का काम करता है। कहते हैं कि इन तत्वों में संतुलन से इंसान के जीवन में शांति, सुख और समृद्धि आती है। यही वजह है कि रंग पंचमी के दिन रंग उड़ाना सिर्फ मस्ती नहीं, बल्कि शुभ काम भी माना जाता है।
तो इस बार रंग पंचमी पर इंदौर आइए…
अगर आपने इंदौर की रंग पंचमी नहीं देखी तो समझ लीजिए कि आपने होली का असली रंग ही मिस कर दिया। 19 मार्च 2025 को इंदौर पहुंचे और देखिए कैसे पूरा शहर रंगों में डूबकर मस्ती का सैलाब बन जाता है। यहां के लोग कहते हैं — “इंदौर की होली तो ट्रेलर है भैया, असली पिक्चर तो रंग पंचमी पर चलती है!”
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और इंटरनेट पर उपलब्ध तथ्यों पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जानकारी पहुंचाना है। किसी भी धार्मिक क्रिया या विश्वास को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ या जानकार से परामर्श जरूर लें। ‘Daily Scope’ इस जानकारी की प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।