- सुकमा में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, IED ब्लास्ट की मास्टरमाइंड माड़वी सुक्की गिरफ्तार, जेल रवाना!
- 5 लाख की इनामी महिला नक्सली आखिर आई गिरफ्त में, 20 साल से थी सक्रिय!
- विधानसभा चुनाव में किया था IED विस्फोट, अब भुगतेगी अपने गुनाहों की सजा!
सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सल विरोधी अभियान को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। जवानों ने 20 सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय, 5 लाख की इनामी महिला नक्सली माड़वी सुक्की को धर दबोचा है। ये गिरफ्तारी पुलिस और डीआरजी टीम के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है, क्योंकि सुक्की सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि IED विस्फोटों की मास्टरमाइंड रही है। उसकी गिरफ्तारी से नक्सलियों की कमर टूटना तय माना जा रहा है।
20 साल का आतंक, एक ही झटके में खत्म!
ये खबर है उस महिला नक्सली की, जो पिछले दो दशकों से सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बनी हुई थी। छत्तीसगढ़ पुलिस को शनिवार को ये सफलता मिली, जब माड़वी सुक्की को टोंडामरका के घने जंगल से पकड़ा गया। सुक्की साल 2004 में नक्सली संगठन में शामिल हुई थी और तब से लगातार उनके लिए काम कर रही थी। इन 20 सालों में वह एक सामान्य ग्रामीण लड़की से खूंखार नक्सली कमांडर बन गई थी, जिसने न जाने कितने बेगुनाहों का खून बहाया होगा। उसकी गिरफ्तारी से इलाके में सुरक्षा का माहौल और मजबूत होगा, जैसा कि अक्सर ऐसे मामलों में देखने को मिलता है जब कोई बड़ा नक्सली पकड़ा जाता है।
IED ब्लास्ट की मास्टरमाइंड, अब सलाखों के पीछे!
सुकमा पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी की पूरी जानकारी दी है। उप पुलिस अधीक्षक प्रांशु तिवारी और थाना प्रभारी गोविंद यादव के नेतृत्व में चिंतागुफा पुलिस बल और डीआरजी की टीम ने मिलकर एतराजपाड़, मिनपा और टोण्डामरका क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान, टोंडामरका के पहाड़ी इलाके में चालाकी से घेराबंदी कर माड़वी सुक्की को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, माड़वी सुक्की ने साल 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्र पर सुरक्षा में तैनात सुरक्षाबलों पर भयंकर IED विस्फोट किया था और अंधाधुंध फायरिंग भी की थी। इस हमले में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस जघन्य वारदात के चलते उस पर हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट जैसी कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज था। यह घटना हमें याद दिलाती है कि कैसे नक्सली लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व को भी निशाना बनाने से नहीं चूकते।
नक्सली संगठन की अहम कड़ी, नए युवाओं की राह की रोड़ा!
गिरफ्तार माड़वी सुक्की नक्सली संगठन में कोई मामूली सदस्य नहीं थी, बल्कि वह पामेड़ एलओएस कमांडर और एरिया कमेटी सदस्य (ACM) जैसे बड़े पदों पर तैनात थी। इसका मतलब ये हुआ कि उस पर सिर्फ वारदातों को अंजाम देने की ही जिम्मेदारी नहीं थी, बल्कि वह नए और भोले-भाले युवाओं को संगठन में जोड़ने और उन्हें हिंसा की राह पर धकेलने का घिनौना काम भी करती थी।
35 साल की ये महिला नक्सली चिंतागुफा थाना क्षेत्र के ग्राम एतराजपाड़ की रहने वाली है। एक समय वह एक सामान्य ग्रामीण लड़की थी, लेकिन नक्सली विचारधारा के जाल में फंसकर उसने हिंसा का रास्ता अपना लिया। नक्सलियों ने उसे पहले संघम सदस्य बनाया, फिर पार्टी सदस्य और आखिर में एलओएस कमांडर जैसे खतरनाक ओहदे तक पहुंचाया। यह कहानी हमें सिखाती है कि कैसे कुछ लोग गलत संगत में पड़कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेते हैं।
कोर्ट में पेशी और जेल का रास्ता
गिरफ्तारी के बाद माड़वी सुक्की को विधिवत रूप से कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जगदलपुर केंद्रीय महिला जेल भेज दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी को नक्सल विरोधी अभियान की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि भविष्य में भी यह अभियान और भी तेजी से जारी रहेगा। यह बताता है कि सरकार और सुरक्षाबल नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह से कितने प्रतिबद्ध हैं।