भैया, इंदौर वालों का फाग महोत्सव कोई मामूली जलसा नहीं है, ये तो अपने आप में एक अलग ही महाकुंभ है। रंगपंचमी पर जब इंदौर की गलियों में गेर निकलती है, तो नजारा ऐसा होता है कि जमीन तो रंगीन होती ही है, आसमान भी गुलाल के गुबार में सराबोर हो जाता है। यहां के लोग कहते हैं — “अगर इंदौर की गेर नहीं देखी, तो समझो रंगपंचमी मनाई ही नहीं!”
अब ज़रा सोचिए, इस गेर को देखने के लिए देश ही नहीं, विदेशों से भी लोग आते हैं। और हां, भीड़ में खड़े होकर गेर देखने में जो धक्कामुक्की होती है, उससे बचाने के लिए प्रशासन ने इस बार भी खास इंतज़ाम किया है। गेर मार्ग के किनारे बने आठ घरों की छतों पर बैठकर लोग आराम से गेर का आनंद ले सकेंगे।
छत से गेर देखने का मजा, बुकिंग भी ऑनलाइन
अब सोच रहे होंगे कि ये छत वाली स्कीम कैसे चलेगी? तो भाईसाहब, प्रशासन ने इसका पूरा सिस्टम तैयार कर लिया है। बुक माय शो पर ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। सोमवार से बुकिंग चालू हो जाएगी। करीब आठ घरों की छतों पर 100 लोगों के बैठने का इंतजाम होगा, यानी कुल मिलाकर 200-250 लोग आराम से बैठकर गेर का धमाल देख सकेंगे।
वालंटियर करेंगे गाइड, सुविधा का रहेगा पूरा इंतजाम
ये मत सोचिए कि बस बुकिंग कर दी और उसके बाद अपनी किस्मत के भरोसे छोड़ दिया गया। प्रशासन ने इसके लिए 20-25 वालंटियर की टीम भी तैनात कर दी है। ये वालंटियर आपको तय छत तक पहुंचाएंगे और फिर वापस सुरक्षित नीचे भी ले आएंगे। छत पर बैठने के लिए कुर्सियां, ठंडा पानी और वॉशरूम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
जेब पर भारी नहीं पड़ेगा ये इंतजाम
अब सवाल उठता है कि इस छत वाले VIP मजे का चार्ज क्या लगेगा? तो जनाब, प्रशासन का कहना है कि बहुत मामूली सा शुल्क रखा जाएगा ताकि आम लोग भी इसका आनंद ले सकें। मकान मालिकों को भी इससे कुछ किराया मिलेगा ताकि उनके घर का खर्चा-पानी भी निकल सके।
गेर का ऐतिहासिक जलवा
इंदौर की गेर कोई नई परंपरा नहीं है। इसकी जड़ें होलकर राजवंश के दौर तक जाती हैं। उस समय राजघराने के लोग जनता के साथ मिलकर होली खेलने के लिए सड़कों पर निकलते थे और यही गेर की शुरुआत थी। आज ये आयोजन इतना भव्य हो चुका है कि इसे यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल करने का प्रस्ताव तक भेजा जा चुका है।
रंगों का ये समंदर छत से देखना होगा यादगार
रंगपंचमी के दिन राजवाड़ा पर उमड़ने वाली भीड़ में अगर आप फंसने से बचना चाहते हैं और गेर का पूरा मजा लेना चाहते हैं, तो ये छत वाली व्यवस्था आपके लिए बेस्ट है। तो भैया, बुकिंग का मौका हाथ से न जाने देना, वरना बाद में कहेंगे — “अरे यार, छत से गेर देखने का मौका हाथ से निकल गया!”