- एमपी की बेटी को PM के सुरक्षा की कमान
- बॉर्डर पर दुश्मनों को रुलाया, अब भोपाल में दिखेगा जलवा
- महिला सशक्तिकरण का जीता-जागता उदाहरण
भोपाल: बॉर्डर पार दुश्मनों की नींद हराम करने वाली मध्य प्रदेश की बेटी, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी भोपाल में संभालेंगी! ये कोई आम खबर नहीं, बल्कि महिला शक्ति का जबरदस्त प्रदर्शन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को भोपाल के जंबूरी मैदान में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित करने आ रहे हैं और उनकी सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है, 1993 बैच की धाकड़ आईपीएस अधिकारी सोनाली मिश्रा को. वो देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
पीएम मोदी 31 मई को सुबह 11 बजे भोपाल पहुंचेंगे. उनकी इस यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को एसपीजी ने अपने हाथों में ले लिया है. शहर में तीन हजार से ज्यादा पुलिस अधिकारी तैनात किए जाएंगे, वहीं यातायात व्यवस्था में भी बड़े बदलाव किए गए हैं. बुधवार को एसपीजी के अधिकारियों ने प्रशासनिक और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ मिलकर एयरपोर्ट से लेकर हेलीपैड और जंबूरी मैदान तक, हर जगह का बारीकी से निरीक्षण किया. आज यानी गुरुवार को तो कारकेड के साथ रिहर्सल भी होगी. सोचिए, कितनी जबरदस्त तैयारी है!
ट्रैफिक भी ‘डायवर्ट’, जनता को करनी पड़ेगी ‘कसरत’!
31 मई को सुबह छह बजे से ही जंबूरी मैदान के साथ-साथ आधे से ज़्यादा शहर का यातायात परिवर्तित कर दिया गया है. ये सब इसलिए, क्योंकि उम्मीद है कि करीब पांच हजार बसों में दो लाख महिलाएं इस कार्यक्रम में शामिल होने भोपाल पहुंचेंगी. तो अगर आप उस दिन भोपाल में हैं, तो पहले ही अपना रास्ता देख लीजिएगा, वरना कहीं ट्रैफिक में ही ‘फंस’ न जाएं!
भोपाल ‘दुल्हन’ सा सजा, लेकिन सुरक्षा ‘कड़ी’ से कड़ी!
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए भोपाल पुलिस ने पूरे शहर को छान मारा है. होटल, रेस्टोरेंट, पब, ढाबों की जांच हो रही है. बाहर से आने वाले मेहमानों और होटलों में ठहरे लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. यहां तक कि सड़क पर चलने वाले वाहनों की भी बारीकी से जांच की जा रही है. पुराने अपराधियों और वारंटियों की धरपकड़ चल रही है. कुछ पुराने बदमाशों को तो शांति भंग करने के आरोप में पकड़ा भी गया है. जब तक प्रधानमंत्री भोपाल से लौट नहीं जाते, तब तक सुरक्षा व्यवस्था ‘चप्पे-चप्पे’ पर सख्त रहेगी. जंबूरी मैदान में तो तैयारियां एकदम ‘अंतिम चरण’ में हैं.
इमरजेंसी की ‘पक्की तैयारी’, सब कुछ ‘प्लान-बी’ के साथ!
सड़कों के दोनों तरफ की दीवारें वॉल पेंटिंग से सजी हुई हैं, पूरा शहर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्र-राज्य सरकार की योजनाओं के पोस्टर से ‘पटा’ हुआ है. पीएम को स्टेट हैंगर पर विशेष विमान से उतरने के बाद एमआई-17 हेलीकॉप्टर से जंबूरी मैदान के सामने सेंट जेवियर स्कूल के पास बने हेलीपैड पर उतारने की तैयारी है. वहां से वो खुली जीप में सभा स्थल तक महिलाओं का अभिवादन करते हुए पहुंचेंगे. लेकिन अगर बारिश ज्यादा हुई और हेलीकॉप्टर की लैंडिंग में दिक्कत आई, तो भोपाल एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से भी पीएम को लाने का ‘प्लान-बी’ तैयार है. एसपीजी के अधिकारियों ने बुधवार को इसका भी निरीक्षण कर लिया है.
‘अद्भुत’ महिला शक्ति, IPS सोनाली मिश्रा के ‘नेतृत्व’ में!
इस पूरे आयोजन की सबसे खास बात यही है कि सुरक्षा प्रबंधन में महिला पुलिस अधिकारियों को ‘विशेष’ भूमिका दी गई है. इस पूरे सुरक्षा संचालन की जिम्मेदारी एडीजी सोनाली मिश्रा को सौंपी गई है. उनके नेतृत्व में छह से ज्यादा महिला आईपीएस अधिकारी तैनात रहेंगी. यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री के किसी कार्यक्रम में 50% से ज्यादा महिला अधिकारी तैनात होंगी. कार्यक्रम स्थल से लेकर हेलीपैड, कारकेड तक, हर ‘सेक्शन’ की कमान महिला अधिकारियों के पास रहेगी. ये सही मायने में ‘महिला सशक्तिकरण’ है!
‘लेडी कॉप’ सोनाली मिश्रा, जिनका ‘नाम’ ही काफी है!
भोपाल में जन्मीं सोनाली मिश्रा 1993 बैच की दमदार आईपीएस अधिकारी हैं. वो रायसेन में एसपी, जबलपुर में डीआईजी और पुलिस हेडक्वार्टर में आईजी इंटेलिजेंस जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं. इसके बाद वो डेपुटेशन पर बीएसएफ में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. मध्य प्रदेश कैडर की ये आईपीएस अधिकारी, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की पंजाब फ्रंटियर का नेतृत्व कर चुकी हैं. ये जिम्मेदारी संभालने वाली वो देश की पहली महिला आईजी बनी थीं. पाकिस्तान से सटी 553 किलोमीटर लंबी अटारी सीमा की सुरक्षा उन्हीं की निगरानी में हुई. कश्मीर घाटी में भी वो आईजी रह चुकी हैं और अब तक दिल्ली स्थित बीएसएफ हेडक्वार्टर में खुफिया शाखा की कमान संभाल रही थीं. ऐसी ‘शेरनी’ जब भोपाल में सुरक्षा संभालेगी, तो दुश्मनों की ‘रूह’ कांप जाएगी!