- भोपाल: राजधानी भोपाल से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां कथित रूप से धर्म के नाम पर करीब 6 बेटियों को पहले जाल में फंसाया गया और फिर उनके साथ दुष्कर्म किया गया। इस गंभीर मामले में पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और जांच तेज़ी से चल रही है।
धीरेंद्र शास्त्री ने उठाई आवाज — “मैं अकेला कब तक लड़ूंगा?”
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस घटना को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने छतरपुर में ये कहा, “आप अपनी मौत को खुद बुला रहे हैं, अकेला धीरेंद्र शास्त्री इस देश को कब तक बचाएगा। जब तक हर घर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नहीं होंगे तब तक देश एक राष्ट्र नहीं बनेगा।” उनका ये बयान अब पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।
बच्चों को संस्कार ना देने से बिगड़ रहा समाज
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि देश और खासकर बुंदेलखंड के लोगों का ये दुर्भाग्य है कि बच्चों को संस्कार नहीं दिए जा रहे। “बिगड़ते बच्चों के संस्कार से देश में एक गंदी परंपरा शुरू हो रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि माता-पिता अपने बच्चों के संस्कारों पर ध्यान नहीं दे रहे,” उन्होंने कहा।
“खूब पढ़ाओ, लेकिन मजहबी जाल से बचाओ”
उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा, “अपने बच्चों को प्रज्ञावान बनाइए, अंग्रेजी पढ़ाइए, लेकिन ध्यान रखिए कि वे किसी और मजहब के चक्कर में न पड़ें। ये पूरे समाज के लिए शर्मनाक बात है कि हमारे बच्चे बहकावों में आ रहे हैं।”
विदेशी फंडिंग और गजवा-ए-हिन्द की साजिश का आरोप
धीरेंद्र शास्त्री ने सीधे शब्दों में कहा कि कुछ लोग देश में ‘गजवा-ए-हिन्द’ लाने की साजिश कर रहे हैं। “इनके आका विदेशों में बैठे हैं और वहीं से इनको फंडिंग मिल रही है। ये राष्ट्र विरोधी ताकतें हैं जो भारत को तोड़ना चाहती हैं।”
हनुमंत साधना में लीन हुए बागेश्वर सरकार
दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरु की 10 दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम लौट चुके हैं। लौटते ही उन्होंने 5 दिन की हनुमंत साधना शुरू की है, जो 8 मई तक चलेगी। इस दौरान वे रोज 10 घंटे एकांत में रहकर कठिन तप करेंगे। तेज धूप और गर्मी में वे सिर्फ एक गिलास दूध पर निर्भर रहेंगे।
“तप का मकसद राष्ट्र की रक्षा और हिंदू एकता”
इस तपस्या के पीछे उनका मकसद है देश को मज़बूत बनाना और हिंदू समाज में एकता पैदा करना। शास्त्री का कहना है कि जब तक देश का हर नागरिक धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की रक्षा के लिए खड़ा नहीं होगा, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे।