26 लोगों की जान लेने वाले पहलगाम हमले का हिसाब भारत ने पूरे जोर-शोर से चुका दिया है। बुधवार को भारत ने पाकिस्तान और POK यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंक के 9 बड़े अड्डों पर हमला किया। इन हमलों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है और खास बात ये है कि भारत ने सिर्फ आतंकियों को टारगेट किया है, पाक आर्मी को छुआ तक नहीं।
1. बहावलपुर: जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ उड़ा दिया गया
सबसे बड़ा निशाना बना बहावलपुर, जो मसूद अजहर के जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर है। यहीं पर 2019 के पुलवामा हमले की प्लानिंग हुई थी। इस शहर में सुभान अल्लाह मस्जिद को टारगेट करके उड़ाया गया, जो जैश की ट्रेनिंग का मुख्य अड्डा था।
2. मुरीदके: जहां से निकले थे 26/11 के दरिंदे
लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशनल सेंटर मुरीदके भी भारत के निशाने पर था। यह स्थान लाहौर के करीब है और यहीं से 2008 के मुंबई हमलों की पूरी साजिश रची गई थी। यहां जमात-उद-दावा का सेंटर भी चलता है।
3. गुलपुर: पुंछ और तीर्थयात्रियों पर हमले की जड़
LOC के नजदीक गुलपुर को भी निशाना बनाया गया। यही वो जगह है जहां से अप्रैल 2023 में पुंछ में जवानों पर हमला और जून 2024 में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला प्लान किया गया था।
4. सवाई कैंप: सोनमर्ग से पहलगाम तक का कनेक्शन
तंगधार सेक्टर के पास सवाई कैंप पर मिसाइलें बरसीं। लश्कर का ये सेंटर ISI की निगरानी में चलता है और हाल ही में हुए पहलगाम हमले की तैयारी यहीं से हुई थी।
5. और भी कई ठिकाने हुए तबाह
कोटली कैंप: LOC से 15 किमी दूर, ISI का सपोर्टेड टेरर हब।
बरनाला कैंप: जमात-उद-दावा का नया वैचारिक सेंटर।
सरजल कैंप: सांबा के सामने, जेईएम और हिजबुल के ज्वाइंट ट्रेनिंग ग्राउंड।
मेहमूना कैंप: सियालकोट के पास, हिजबुल का लोकल रिक्रूटमेंट सेंटर।
बिलाल कैंप: लश्कर का लॉन्चपैड, जहां से घुसपैठ की शुरुआत होती थी।
PM खुद निगरानी में थे, 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर
रिपोर्ट्स के अनुसार ऑपरेशन की मॉनिटरिंग खुद पीएम मोदी कर रहे थे। शुरुआती रिपोर्ट बताती हैं कि इन हमलों में करीब 90 आतंकवादी मारे गए हैं। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने साफ किया है कि पाकिस्तान की आर्मी या नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।