- विराट कोहली 10000 रन से पहले ही बोले ‘टाटा टेस्ट क्रिकेट’
- गंभीर की यूथ टीम पॉलिसी ने बदल दी पूरी गेम की स्क्रिप्ट
एक खबर ने क्रिकेट फैंस को हिला कर रख दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 7 मई को BCCI और टीम मैनेजमेंट के बीच एक अहम मीटिंग हुई। इस मीटिंग में सीनियर खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट को लेकर मैसेज साफ-साफ दे दिया गया — “अब टेस्ट टीम में यूथ को मौका देना है।” और उसी के बाद, पहले रोहित शर्मा और फिर 12 मई को विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया।
कोच गंभीर का ‘यूथ कार्ड’?
रिपोर्ट में दावा है कि कोच गौतम गंभीर की प्लानिंग इंग्लैंड दौरे के लिए एक नई, यंग टीम पर फोकस करने की थी। गंभीर चाहते थे कि अब आने वाले विदेशी दौरों पर युवा खिलाड़ी उतारे जाएं। ऐसे में मैनेजमेंट ने विराट और रोहित दोनों को अपने प्लान से बाहर बताया। सीधे न सही, लेकिन इशारों में कह दिया गया — अब टीम इंडिया की टेस्ट जर्सी किसी और की बारी।
फॉर्म का भी रहा फैक्टर?
रिपोर्ट ये भी बताती है कि कोहली का हालिया फॉर्म भी मीटिंग में चर्चा का विषय रहा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट ने 5 मैचों में सिर्फ 190 रन ही बनाए थे। मैनेजमेंट को लगा कि अब वक्त नए चेहरों को आज़माने का है। शायद यही वजह रही कि विराट के पास टेस्ट टीम में बने रहने की गुंजाइश कम दिखी — और उन्होंने खुद ही रास्ता चुन लिया।
शुभमन गिल बनेंगे कप्तान, पंत होंगे डिप्टी
रिपोर्ट में बताया गया है कि 20 जून से शुरू हो रहे इंग्लैंड दौरे के लिए शुभमन गिल को टेस्ट टीम का नया कप्तान बनाया जा सकता है और ऋषभ पंत को उपकप्तान। ये भी दिखाता है कि बीसीसीआई अब पूरी तरह भविष्य की टीम तैयार करने में जुट चुका है।
10000 रन का सपना अधूरा
विराट कोहली ने अपने करियर में 123 टेस्ट खेले, 9230 रन बनाए, 30 शतक और 31 अर्धशतक जमाए। 7 दोहरे शतक भी ठोके। लेकिन वो 10000 रन का आंकड़ा जो हर क्रिकेटर का सपना होता है, उससे पहले ही उनकी इनिंग खत्म हो गई। अब इस अधूरे रिकॉर्ड को फैंस लंबे वक्त तक याद रखेंगे।
कोहली की विरासत रहेगी यादगार
रिटायरमेंट का फैसला भले ही अचानक लगे, लेकिन विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट को जो जुनून और फिटनेस का कल्चर दिया, वो हमेशा ज़िंदा रहेगा। आज जो खिलाड़ी मैदान पर लड़ने का जिगर रखते हैं, वो कहीं न कहीं ‘कोहली स्कूल ऑफ क्रिकेट’ से ही निकले हैं।