- बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने कांग्रेस पर स्काई वॉक रोकने का आरोप लगाया
- रायपुर में शास्त्री चौक से जेल तिराहा तक स्काई वॉक बनाने की योजना
- 7 साल से अधूरी परियोजना अब फिर चर्चा में, लागत 42 से बढ़कर 81 करोड़ हुई
रायपुर के आसमान में चलने वाले स्काई वॉक को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है। बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि अगर कांग्रेस बीच में ना आती, तो स्काई वॉक आज पूरा हो चुका होता।
राजधानी को विकास से रोकने का आरोप
राजेश मूणत ने कहा कि 2016-17 में शास्त्री चौक से लेकर जेल तिराहा तक स्काई वॉक बनाने का फैसला किया गया था। टेंडर निकला, एजेंसी तय हुई, सर्वे हुआ और निर्माण की प्रक्रिया शुरू भी हो गई थी। लेकिन कांग्रेस सरकार आते ही इस पूरे प्रोजेक्ट को रोक दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 5 साल में छत्तीसगढ़ को लूटा और जमीनों पर कब्जा किया।
तीन बार हुआ था स्काई वॉक का प्रेजेंटेशन
मूणत ने बताया कि स्काई वॉक के लिए बाकायदा तीन बार प्रेजेंटेशन हुआ था। इसमें कांग्रेस की किरणमई नायक (महापौर), प्रमोद दुबे (सभापति), सत्यनारायण शर्मा (विधायक) और तमाम प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे। सर्वे में सामने आया था कि शास्त्री चौक से रोज 27 हजार और मेकाहारा चौक से 14 हजार लोग पैदल गुजरते हैं, जिसके लिए स्काई वॉक जरूरी था।
लागत बढ़ती गई, काम अटका रहा
इस स्काई वॉक की शुरुआती लागत 42.55 करोड़ रुपए थी और इसे 8 महीने में पूरा करना था। लेकिन बाद में लागत बढ़ती गई, पहले 77 करोड़, फिर दिसंबर 2017 में 81.69 करोड़ तक जा पहुंची। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री मूणत ने 12 संशोधन कर 15.69 करोड़ और जोड़ दिए।
कांग्रेस सरकार पर टेंडर और मंजूरी में घालमेल के आरोप
बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस ने पीएफआईसी की मंजूरी को दरकिनार कर कुछ प्रोजेक्ट बिंदु शामिल कर दिए। कांग्रेस ने भी पलटवार किया था कि मूणत ने प्रोजेक्ट में मनमाने बदलाव किए। लेकिन बीजेपी कह रही है कि कांग्रेस ने जानबूझकर स्काई वॉक जैसी बड़ी योजना को फेल किया।
अब फिर से उठी आस, बनेगा स्काई वॉक?
राजेश मूणत ने साफ कहा कि अब जब भाजपा सत्ता में वापस है, तो स्काई वॉक फिर से बनेगा। रायपुर की ट्रैफिक व्यवस्था और पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए ये बेहद जरूरी है। 7 साल से अधूरी इस परियोजना को अब नया जीवन मिलने की उम्मीद है।